Saturday, July 28, 2012

सपनो के नीचे सोया था...........

बिसरे छूटे पन्नो में
छिपा हुआ था वो ,
सपनो के नीचे सोया था
मुझसे छूटा था जो .
पन्ना पलटा,
खुद भी उल्टा
तब देखा
दूर  कहीं
छूटी पगडंडी पर
वह छूट गया था,
अब
मेरे ही आँखों के आगे
मुझसे लिपट गया है वो ,
मुझ जैसा है वो
सपनो के नीचे सोया था
मुझसे छूटा था जो ...............