एक मौन
मेरे तुम्हारे बीच
एक गहन मौन
कह दो कि ये व्याख्या है
पुराणों सा।
एक बीज का टूटना
कई बीजों की सम्भावना है।
मेरी पहुँच
तुम्हारी हद तक
तुम्हारी हद सिमट आयी है
मेरे दायरों तक
हर बार की तरह,
विदा होती सीमायें
एहसास हैं
तुममें मैं के होनें का।
जब भी मैंने डुबकी मारी तुममें
कई कहानियाँ फुदकती हैं
तुम्हारे इशारों-इशारों से,
एक-एक पाँव बढ़ता हूँ
तुम्हारे कैनवस पर,
आगे का समंदर प्रतीक्षारत है
मेरे उभर आने का,
मुस्कुराहटें फड़फड़ाती हैं किसी पन्ने पर
तुम्हारे कमरे में।
मेरी साँस का चप्पू
साहचर्य तलाशता है
किसी खास राग की तलाश में
आलाप दर आलाप।
मेरे तुम्हारे बीच
एक गहन मौन
कह दो कि ये व्याख्या है
पुराणों सा।
एक बीज का टूटना
कई बीजों की सम्भावना है।
मेरी पहुँच
तुम्हारी हद तक
तुम्हारी हद सिमट आयी है
मेरे दायरों तक
हर बार की तरह,
विदा होती सीमायें
एहसास हैं
तुममें मैं के होनें का।
जब भी मैंने डुबकी मारी तुममें
कई कहानियाँ फुदकती हैं
तुम्हारे इशारों-इशारों से,
एक-एक पाँव बढ़ता हूँ
तुम्हारे कैनवस पर,
आगे का समंदर प्रतीक्षारत है
मेरे उभर आने का,
मुस्कुराहटें फड़फड़ाती हैं किसी पन्ने पर
तुम्हारे कमरे में।
मेरी साँस का चप्पू
साहचर्य तलाशता है
किसी खास राग की तलाश में
आलाप दर आलाप।
